आज का गीत एक पुराना बंगाली गीत है | हेमंत दा की आवाज़ में यह गीत सुनकर मन प्रसन्न हो गया |
एई मेघला दिने एकला घोरे थाके नातो मोन
कवि : गौरीप्रसन्ना मजुमदार
काछे जाबो कोबे पावो ओगो तोमार निमोंत्रण
एई मेघला ......
जुथी बोने ओई हवा, कोरे शुधु आशा जावा
हाय हाय रे, दिन जाई रे, भारे आंधारे भुबोन
काछे जाबो ........
शुधु झोरे झोरो झोरो, आज बारी शारा दिन
आज जेनो मेघे मेघे, होलो मोनजे उदाशीन
आजी आमी खोने खोने, कि जे भाबी आनो मोने
तुमि आशबे, ओगो हांश्बे, कोबे होबे शी मिलों
काछे जाबो .........
एई मेघला ..........
इसका टूटा-फुटा हिंदी अनुवाद कुछ यूँ है :
ओ मेघा, मन है मेरा बैचेन
पास न आओ, कैसे मिले चैन
कब आएगा तुम्हारा निमंत्रण
चमेली की कतारों से आती है हवा
हाई हाई रे, दिन जाय रे, छाया है घना अन्धकार
तूफानी हवा संग आया सावन
झर झर बरसे आज सारा दिन
क्यों है मेरा मन उदासीन
पल पल होता मन व्याकुल
तुम कब आओगे, मुस्कुराओगे
कब होगा हमारा मिलन